पीएम मोदी डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित, भारत और गुयाना ने 10 एमओयू पर किए हस्ताक्षर
डोमिनिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना महामारी के दौरान कैरेबियाई राष्ट्र में उनके योगदान और भारत और डोमिनिका के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ाने के समर्पण के लिए अपना शीर्ष पुरस्कार प्रदान किया है। इन दिनों पीएम मोदी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में गुयाना में हैं।
प्रधानमंत्री मोदी को बुधवार को यहां भारत-कैरीकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान डोमिनिका के राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन द्वारा “डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर” से सम्मानित किया गया। इस दौरान डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सम्मान केवल मेरा नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का, उनके संस्कार और उनकी परंपरा का है। हम दो लोकतंत्र हैं और हम दोनों पूरे विश्व के लिए महिला सशक्तिकरण के रोल मॉडल हैं।
आगे कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि मैं डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन, प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट और डोमिनिका के लोगों का आभार व्यक्त करता हूं। यह सम्मान केवल मेरा नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का, उनके संस्कार और उनकी परंपरा का है। आगे कहा कि भारत और डोमिनिका दो लोकतंत्र हैं और हम दोनों पूरे विश्व के लिए महिला सशक्तिकरण के रोल मॉडल हैं। दोनों ही देशों में महिला राष्ट्रपति हैं।
भारत और डोमिनिका के बीच सदियों पुराने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। भारत के लिए यह गहरे संतोष का विषय रहा है कि हम कोविड-19 जैसी आपदा के समय डोमिनिका के लोगों की सहायता कर सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट के साथ द्विपक्षीय बैठक की। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरीनाम के राष्ट्रपति चान संतोखी के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
इसी कड़ी में पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रधानमंत्री कीथ रोली के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की और साथ ही बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली के साथ पीएम मोदी ने द्विपक्षीय बैठक की। भारत और गुयाना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश यात्रा के दौरान 10 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कृषि, फार्मास्यूटिकल्स और कैरेबियाई राष्ट्र में यूपीआई का उपयोग जैसे क्षेत्र शामिल थे।
प्रमुख समझौतों में हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन शामिल है, जिसमें कच्चे तेल की सोर्सिंग, प्राकृतिक गैस सहयोग और बुनियादी ढांचे के विकास में संयुक्त प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस साझेदारी का उद्देश्य हाइड्रोकार्बन मूल्य श्रृंखला में क्षमता निर्माण और विशेषज्ञता साझा करना भी है। विदेश मंत्रालय (एमईए) की एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन कृषि विकास को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त गतिविधियों और वैज्ञानिक सामग्रियों और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना चाहता है।