
कुरारा, हमीरपुर। कस्बा कुरारा में स्थित तालाबों में अतिक्रमण के चलते इनका आकार सिमटता जा रहा है। आधा दर्जन से अधिक तालाब है। इनके देखरेख ने हो पाने के कारण तथा सफाई व्यवस्था न होने से गंदगी से पटे हुए है। इसी तरह से प्रशासन के नजरअंदाज करने से इनका नाम निशान मिटता जा रहा हैं।
कस्बा कुरारा में आधा दर्जन तालाब स्थित है। किसी समय में इन तालाबों का उपयोग कस्बा के लोग अपने दैनिक कार्य के लिए करते थे। इनमें नाग तालाब, कजली तालाब, परमेश्वर तालाब, दंगल तालाब ब्लाक के पीछे तालाब,भगत तालाब, बड़े देव बाबा के पास काली मंदिर तालाब, बने है। इन तालाबों में सबसे अधिक अतिक्रमण नाग तालाब
व कजली तालाब में है। इनके किनारे पर अतिक्रमण कर लोगों ने मकान निर्माण कर लिया है। तथा इनका पानी खराब हो गया है। लोग अब इन तालाबों में कोई कार्यक्रम नहीं संपन्न करते है। लोगो ने बताया कि अतिक्रमण के चलते इनका आकर सिकुड़ गया है। कुछ समय बाद इनका अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है इसके चलते आगे आने वाली पीढ़ी को तालाब केवल अभिलेखों में दिखाई देंगे जब कि उच्च न्यायालय द्वारा तालाब, पोखर, सार्वजनिक कुंआ आदि पर से कब्ज़ा हटाए जाने के निर्देश कई बार जारी किए जा चुके है। लेकिन इन निर्देश पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। कस्बा वासियों ने जिलाधिकारी से मांग की है। कि प्राचीन तालाबों से अतिक्रमण करने के खिलाफ कार्यवाही की जाए। तथा इनका सुंदरी करण की व्यवस्था कराई जाए जिससे लोगो को इन तालाबों के उपयोग का अवसर मिल सके। तथा त्यौहार आदि में इनका उपयोग हो सके।
रिपोर्ट
सुनील कुमार
उदय समाचार ब्यूरो, हमीरपुर
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