
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के मार्सिले में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ माजर्गेस युद्ध कब्रिस्तान का दौरा किया और यहां पर शहीद हुए भारतीय जवानों की श्रद्धांजलि दी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मार्सिले में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास का उद्घाटन किया। यहां पर पीएम मोदी के स्वागत के लिए मौजूद भारतीय समुदाय ने उनका आभार जताया। ये वाणिज्यिक दूतावास अब
कांसुलर सेवाओं तक उनकी पहुंच को आसान बनाएगा। भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का भारतीय अंदाज में दूतावास के बाहर ढोल-नगाड़े बजाकर स्वागत किया। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी उनके साथ मौजूद रहे। मैक्रों और मोदी ने मिलकर इस दूतावास का उद्घाटन किया। बता दें कि भूमध्यसागर के किनारे अपनी रणनीतिक स्थिति के चलते मार्सिले भारत और फ्रांस के बीच व्यापार के लिए एक प्रमुख एंट्री प्वाइंट है। ये यह भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के लिए प्रवेश बिंदुओं में से एक है।
मार्सिले का ये भारतीय दूतावास पेरिस के बाद ये पहला वाणिज्यिक दूतावास है। इससे भारतीय समुदाय को बढ़ने में मदद मिलेगी। क्योंकि पहले फ्रांस में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को पासपोर्ट, वीज़ा समेत वाणिज्य दूतावास सेवाओं और दूसरे कामों के लिए पेरिस जाना पड़ता था। ऐसे में मार्सिले में दूतावास खुलना फ्रांस के दक्षिण में रह रहे भारतीय समुदाय को बहुत सहूलियत देगा ।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पीएम मोदी के फ्रांस दौरे और फ्रांस भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर कहा कि पीएम मोदी की इस यात्रा का द्विपक्षीय घटक दोनों नेताओं के संयुक्त रूप से भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संबोधित करने के साथ शुरू हुआ, जिसमें कई क्षेत्रों में दोनों देशों के प्रमुख व्यवसायों की भागीदारी देखी गई। इसमें एयरोस्पेस, रक्षा, नवाचार, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, कृषि-प्रसंस्करण और उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्रों के व्यवसायों का प्रतिनिधित्व किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे दोनों देशों को करीब लाने और हमारे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने में दोनों देशों के व्यापारिक नेताओं द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। मिस्री ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में किए जा रहे अगली पीढ़ी के आर्थिक सुधारों का नई दिशा दी है इसका पूर्वावलोकन हाल ही में घोषित बजट में भी किया गया था और फ्रांसीसी कंपनियों को भारत की विकास गाथा में नए अवसर तलाशने के लिए आमंत्रित किया गया था ।